UP Scholarship 2025-26: उत्तर प्रदेश के लाखों छात्रों के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यूपी स्कॉलरशिप 2025-26 से जुड़ी दो बड़ी अपडेट्स सामने आई हैं, जो छात्रों को राहत देने वाली हैं। एक तरफ पिछली बार जिन छात्रों का वेरिफिकेशन हो चुका था लेकिन उन्हें राशि नहीं मिली थी, उनके लिए राहत भरी खबर है। वहीं दूसरी ओर नए सत्र के लिए नियमों में बदलाव की तैयारी की जा रही है। इन दोनों बदलावों का असर लाखों छात्र-छात्राओं पर पड़ेगा। आइए जानते हैं पूरी जानकारी विस्तार से।
OBC छात्रों के लिए कटऑफ हटाने का प्रस्ताव
उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग एवं राज्य आयोग के अध्यक्ष राजेश वर्मा की अध्यक्षता में हाल ही में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें ओबीसी छात्रों के स्कॉलरशिप नियमों में बदलाव पर चर्चा की गई। बैठक में प्रस्ताव रखा गया कि ओबीसी वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए अब न्यूनतम 50% अंकों की बाध्यता से मुक्त किया जाए।
फिलहाल ओबीसी छात्रों को स्कॉलरशिप पाने के लिए 50% अंक आवश्यक होते हैं, जबकि अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को इस प्रकार की कोई बाध्यता नहीं है। अब इस प्रस्ताव के तहत ओबीसी छात्रों को भी बिना न्यूनतम कटऑफ के छात्रवृत्ति देने की सिफारिश की गई है। अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है, तो लाखों ऐसे छात्र जो 50% से कम अंक होने के कारण स्कॉलरशिप से वंचित रह जाते थे, अब लाभ उठा सकेंगे।
हेल्प डेस्क सेंटर की स्थापना पर जोर
स्कॉलरशिप से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिए एक और बड़ा कदम उठाने की बात कही जा रही है। आयोग ने यह भी सुझाव दिया है कि छात्रों की मदद के लिए एक केंद्रीकृत हेल्प डेस्क सेंटर की स्थापना की जाए, जहां छात्र अपने स्कॉलरशिप से संबंधित सवालों के जवाब आसानी से प्राप्त कर सकें। छात्रों को अकसर स्कॉलरशिप आवेदन, वेरिफिकेशन या भुगतान में समस्याएं आती हैं और उन्हें जानकारी की सही जगह नहीं मिल पाती। ऐसे में अगर यह हेल्प डेस्क सेंटर बनता है तो इससे काफी हद तक परेशानी कम हो सकती है।
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पिछले वर्ष छूटे छात्रों को इस बार मिलेगा लाभ
पिछले साल यानी 2024-25 में कई ऐसे छात्र थे जिनका वेरिफिकेशन तो पूरा हो गया था लेकिन फंड की कमी के कारण उन्हें स्कॉलरशिप की राशि नहीं मिल पाई। खासकर सामान्य वर्ग और ओबीसी वर्ग के कई छात्र इस कारण से वंचित रह गए।
अब समाज कल्याण विभाग ने शासन को एक प्रस्ताव भेजा है कि ऐसे सभी पात्र छात्रों को अगले शैक्षणिक सत्र 2025-26 में स्कॉलरशिप दी जाए और उनका पिछला बकाया भी समायोजित किया जाए। यदि यह प्रस्ताव स्वीकृत हो जाता है, तो यह उन छात्रों के लिए बड़ी राहत होगी जो पूरे नियमों को पूरा करने के बावजूद फंड की कमी से लाभ नहीं ले पाए थे।
फॉर्म भरने से पहले जरूर करें ये काम
बताते चलें कि यूपी स्कॉलरशिप फॉर्म की प्रक्रिया जुलाई 2025 से शुरू होने की संभावना है। अनुमान लगाया जा रहा है कि फॉर्म 7 या 10 जुलाई से भरे जा सकेंगे। ऐसे में छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे पहले से ही तैयारी में जुट जाएं।
- अपने बैंक अकाउंट को NPCI मैपिंग करवा लें ताकि डीबीटी के जरिए स्कॉलरशिप का पैसा सीधे खाते में आ सके।
- सभी जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, मार्कशीट आदि को समय से पहले अपडेट और तैयार रखें।
- फॉर्म भरते समय एक-एक जानकारी को ध्यानपूर्वक भरें, क्योंकि छोटी सी गलती से भी स्कॉलरशिप रिजेक्ट हो सकती है।
निष्कर्ष
यूपी स्कॉलरशिप से जुड़ी ये दोनों अपडेट्स छात्रों के लिए काफी अहम हैं। यदि ओबीसी छात्रों के लिए न्यूनतम अंक की बाध्यता हटाई जाती है और पिछली बार वंचित छात्रों को इस बार लाभ दिया जाता है, तो यह यूपी सरकार का एक बड़ा और सकारात्मक कदम माना जाएगा। फिलहाल ये प्रस्ताव समाज कल्याण विभाग और सरकार के पास हैं, जिन पर मुहर लगते ही आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। तब तक छात्र तैयार रहें और समय पर फॉर्म भरकर इस योजना का लाभ जरूर लें।