Amma Two Wheeler Scheme 2025: जब बात महिलाओं की आत्मनिर्भरता और सुरक्षा की आती है तब सरकारी योजनाओं की भूमिका बेहद अहम हो जाती है। ऐसा ही एक उदाहरण है तमिलनाडु की “अम्मा टू-व्हीलर योजना” जो महिलाओं को सिर्फ स्कूटी नहीं देती बल्कि उनके आत्मविश्वास और आजादी की सवारी भी बन जाती है। इस लेख में हम जानेंगे कि यह योजना क्या है, किन महिलाओं को इसका लाभ मिलता है, आवेदन प्रक्रिया क्या है और यह योजना कैसे लाखों महिलाओं की ज़िंदगी बदल रही है।
Amma Two Wheeler Scheme की शुरुआत
तमिलनाडु सरकार ने इस योजना की शुरुआत 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय जयललिता जी की स्मृति में की थी। “अम्मा” तमिल में मां को कहते हैं और जयललिता जी को राज्य की महिलाएं “अम्मा” कहकर पुकारती थीं। उनके नाम से शुरू की गई यह योजना महिलाओं को दोपहिया वाहन दिलाने के लिए सब्सिडी प्रदान करती है। सरकार का उद्देश्य था कि महिलाओं, विशेषकर ग्रामीण और निम्न आय वर्ग की महिलाओं को, उनके कामकाजी जीवन में आगे बढ़ने में सहयोग और समर्थन प्रदान किया जाए।
अम्मा टू-व्हीलर योजना का उद्देश्य
- सुरक्षित और सुलभ यात्रा: महिलाओं को रोजाना काम के लिए लंबी दूरी तय करनी होती है। सार्वजनिक परिवहन की अनुपलब्धता या असुरक्षा के कारण यह मुश्किल हो जाता है। यह योजना उन्हें निजी स्कूटर की सुविधा देकर सुरक्षा और समय दोनों प्रदान करती है।
- आर्थिक आत्मनिर्भरता: जो महिलाएं छोटे-मोटे व्यापार करती हैं या सेवा क्षेत्र में कार्यरत हैं, उनके लिए यह योजना एक नई राह खोलती है।
- सामाजिक सशक्तिकरण: इस योजना के ज़रिए सरकार महिलाओं को यह संदेश देती है कि वह उनकी प्रगति में साथ है।
अम्मा टू-व्हीलर योजना से मिलने वाले फायदे
- सरकार द्वारा 50% या अधिकतम ₹25,000 तक की सब्सिडी दी जाती है।
- महिलाएं अपना मनपसंद टू-व्हीलर ले सकती हैं – चाहे वह पेट्रोल हो या इलेक्ट्रिक।
- विकलांग महिलाओं के लिए थ्री-व्हीलर स्कूटी का विकल्प भी उपलब्ध है।
- जरूरत पड़ने पर लाभार्थी लोन लेकर स्कूटी खरीद सकती हैं, जिसकी EMI कम होती है।
अम्मा टू-व्हीलर योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड की कॉपी
- निवास प्रमाण पत्र (राशन कार्ड/बिजली बिल)
- आय प्रमाण पत्र
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता विवरण और पासबुक की कॉपी
- स्कूटी की बिल/प्रोफॉर्मा इनवॉइस
अम्मा टू-व्हीलर योजना के लिए पात्रता मापदंड
- महिला आवेदक की आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आवेदिका तमिलनाडु की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
- वार्षिक पारिवारिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- आवेदिका के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है।
- यह योजना केवल पहली बार स्कूटी खरीदने वाली महिलाओं के लिए है।
- स्वयं सहायता समूहों की सदस्य महिलाएं और सिंगल मदर को प्राथमिकता दी जाती है।
अम्मा टू-व्हीलर योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
- आवेदन पत्र स्थानीय पंचायत/नगरपालिका या तमिलनाडु सरकार की वेबसाइट से प्राप्त करें।
- फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरें और सभी आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
- भरे हुए आवेदन को ब्लॉक लेवल ऑफिस या महिला एवं बाल विकास विभाग में जमा करें।
- दस्तावेजों के सत्यापन के बाद, सब्सिडी सीधे आपके बैंक खाते में भेजी जाएगी।
- स्कूटी खरीदने के बाद बिल और रजिस्ट्रेशन नंबर जमा कराना अनिवार्य होता है।
निष्कर्ष
“अम्मा टू-व्हीलर योजना” एक क्रांतिकारी कदम है जो महिलाओं को ना सिर्फ सफर की आज़ादी देता है, बल्कि उनके सपनों को भी एक नई उड़ान देता है। ऐसी योजनाओं को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए ताकि हर राज्य की महिलाएं भी इस लाभ का आनंद ले सकें। यदि आप तमिलनाडु से हैं और इस योजना के लिए पात्र हैं, तो आज ही आवेदन करें और अपनी आज़ादी की सवारी शुरू करें। अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इस योजना का लाभ ले सकें।