Gas Cylinder Price: भारत में त्योहारों का मौसम शुरू होने से पहले ही आम जनता को महंगाई का एक और झटका लगा है। होली और रमजान जैसे बड़े पर्वों से ठीक पहले, 1 मार्च 2025 से तेल विपणन कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है। इस बार 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर के दाम में 6 रुपये की वृद्धि की गई है, जिसके बाद दिल्ली में इसकी कीमत 1,803 रुपये हो गई है। हालांकि, राहत की बात यह है कि 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। फिर भी इस बढ़ोतरी का असर होटल, रेस्टोरेंट और अन्य व्यवसायों पर पड़ेगा, जिससे खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
Gas Cylinder Price में बदलाव का विवरण
नई दरों के अनुसार, दिल्ली में 19 किलोग्राम वाला कमर्शियल सिलेंडर अब 1,803 रुपये में उपलब्ध होगा, जो पहले 1,797 रुपये था। मुंबई में यह कीमत 1,755 रुपये हो गई है, जबकि कोलकाता में यह 1,917 रुपये और चेन्नई में 1,966 रुपये हो गई है। यह बढ़ोतरी पिछले कुछ महीनों में कीमतों में उतार-चढ़ाव के बाद आई है। जनवरी 2025 में जहां 19 किलोग्राम वाले सिलेंडर के दाम में 14.5 से 16 रुपये की कटौती की गई थी, वहीं फरवरी में इसे 7 रुपये घटाया गया था। लेकिन अब मार्च की शुरुआत के साथ ही कीमतें फिर से बढ़ा दी गई हैं। दूसरी ओर, घरेलू सिलेंडर की कीमतें स्थिर रखी गई हैं, जिससे आम लोगों को फिलहाल राहत मिली है।
त्योहारों से पहले Gas Cylinder हुआ महंगा
होली 14 या 15 मार्च 2025 को और रमजान 1 मार्च 2025 से शुरू होने की संभावना है। ये दोनों त्योहार देश भर में बड़े उत्साह के साथ मनाए जाते हैं और इनके दौरान खाने-पीने की मांग बढ़ जाती है। कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी का सीधा असर रेस्टोरेंट, ढाबों, मिठाई की दुकानों और कैटरिंग व्यवसायों पर पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे खाद्य वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं, जिसका बोझ अंततः आम उपभोक्ताओं पर ही पड़ेगा। होली के दौरान मिठाइयों और नमकीन की बिक्री बढ़ती है, वहीं रमजान में इफ्तार के लिए खास पकवानों की मांग रहती है। ऐसे में व्यवसायियों के लिए लागत बढ़ने से ये चीजें महंगी हो सकती हैं।
किन कारणों से Gas Cylinder हुआ महंगा
तेल कंपनियों के अनुसार, एलपीजी की कीमतों में बदलाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों और विदेशी मुद्रा विनिमय दरों पर निर्भर करता है। पिछले कुछ महीनों में वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया है। हालांकि, इस बार कीमतों में बढ़ोतरी की वजह स्पष्ट रूप से सामने नहीं आई है। जानकारों का कहना है कि यह बढ़ोतरी मामूली है, लेकिन इसका समय त्योहारों से ठीक पहले होने के कारण लोगों में नाराजगी बढ़ सकती है।
Gas Cylinder महंगाई पर आम जनता की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर लोगों ने इस बढ़ोतरी को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। कई यूजर्स ने लिखा कि सरकार को त्योहारों से पहले जनता को राहत देनी चाहिए थी, न कि महंगाई का बोझ बढ़ाना चाहिए था। वहीं, छोटे व्यवसायी चिंतित हैं कि लागत बढ़ने से उनकी कमाई पर असर पड़ेगा। दिल्ली के एक रेस्टोरेंट मालिक ने कहा, “हमें या तो कीमतें बढ़ानी पड़ेंगी या मुनाफा कम करना पड़ेगा, दोनों ही स्थिति में नुकसान हमारा ही है।”
क्या है आगे की उम्मीद?
फिलहाल, घरेलू सिलेंडर की कीमतें स्थिर रहने से मध्यम वर्ग को राहत है, लेकिन कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में यह बढ़ोतरी अप्रत्यक्ष रूप से सभी को प्रभावित कर सकती है। सरकार और तेल कंपनियों से उम्मीद की जा रही है कि वे भविष्य में कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कोई कदम उठाएं, खासकर तब जब पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी मार्च 2024 के बाद से स्थिर हैं। लोगों को अब बजट 2025-26 से भी राहत की उम्मीद है जो हाल ही में पेश किया गया था। अंत में, होली और रमजान जैसे पर्वों से पहले यह बढ़ोतरी निश्चित रूप से एक झटका है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है और क्या जनता को कोई राहत मिल पाती है।

Chandan Kumar is a native of Uttar Pradesh and holds a Bachelor’s degree in Journalism from Babasaheb Bhimrao Ambedkar University, Lucknow. With over 5 years of experience in the field of journalism, Chandan specializes in presenting news related to technology and digital innovation in a simple and effective manner.