AgriStack Kisan 2024: आज हम बात करेंगे AgriStack के बारे में जो भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक अनोखा डिजिटल प्लेटफॉर्म है। यह प्लेटफॉर्म किसानों को उनके डेटा के आधार पर सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ उठाने में मदद करता है। आइए जानते हैं कि यह कैसे काम करता है और किसानों के लिए कितना फायदेमंद है।
AgriStack क्या है?
AgriStack एक डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (Digital Public Infrastructure) है जिसे भारत सरकार ने कृषि क्षेत्र में सुधार और विकास के लिए तैयार किया है। इसका उद्देश्य किसानों के लिए एक एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान करना है जो उनकी पहचान, भूमि रिकॉर्ड, फसल जानकारी, आय, बीमा, और लोन जैसे सभी महत्वपूर्ण डेटा को एकत्रित करता है।
AgriStack के लाभ
आपको बता दे की AgriStack किसानों के लिए एक उपयोगी प्लेटफॉर्म है जो किसानों की पहचान, भूमि के रिकॉर्ड और कृषि संबंधी जानकारी को डिजिटल रूप से संग्रहीत और प्रबंधित करता है। एग्रीस्टैक के माध्यम से किसानों को फसल प्रबंधन , मौसम की जानकारी और कृषि विशेषज्ञों से सलाहकार सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं. इसके अलावा Agristack के द्वारा किसानों को बैंकिंग सेवाएं, बीमा और अन्य वित्तीय सेवाओं तक आसान पहुंच प्रदान की जाती है। साथ ही किसानों को सरकारी योजनाओं, सब्सिडी और अनुदान की जानकारी दी जाती है, ताकि वे उनका लाभ उठा सकें।
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AgriStack का उद्देश्य
AgriStack का मुख्य उद्देश्य भारत के कृषि क्षेत्र को डिजिटल टेक्नोलॉजी से सशक्त बनाना है। यह प्लेटफॉर्म किसानों के लिए एक ऐसा माध्यम तैयार करता है जो डेटा के उपयोग से उनकी उत्पादकता और आय को बढ़ाने में मदद करता है। इसके जरिए किसान अपनी फसलों और जमीन से जुड़ी जानकारी का सही उपयोग कर बेहतर निर्णय ले सकते हैं। साथ ही यह उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं और सेवाओं तक सरल और सीधी पहुँच प्रदान करता है, जिससे वे बिना किसी परेशानी के इनका लाभ उठा सकें।
AgriStack कैसे काम करता है
AgriStack के तहत प्रत्येक किसान को डिजिटल पहचान (Farmer ID) दी जाती है, जो उनके भूमि रिकॉर्ड और आधार से जुड़ी होती है, जो (Farmer ID) दिखने में आधार कार्ड के जैसा होता है। यह आईडी किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं और सेवाओं तक पहुँचने में मदद करती है. इसमें किसानों का पंजीकरण जियो-रेफरेंस्ड मानचित्रों और फसल बोआई डेटा के माध्यम से किया जाता है यह डेटा सैटेलाइट इमेजरी और अन्य तकनीकों से एकत्र किया जाता है।
AgriStack एक एकीकृत डेटा पूल के रूप में कार्य करता है जिसमें किसानों की जानकारी जैसे कि उनकी पहचान, भूमि रिकॉर्ड, फसल विवरण, आय और बीमा शामिल होते हैं। यह डेटा विभिन्न सरकारी स्रोतों से APIs के माध्यम से एकत्रित किया जाता है। AgriStack किसानों को सरकारी योजनाओं जैसे कि फसल बीमा, कृषि ऋण, और कृषि सलाहकार सेवाओं तक सीधी पहुँच प्रदान करता है।
AgriStack पोर्टल का Farmer ID के लिए पंजीकरण कैसे किया जा सकता है?
AgriStack पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक है। यहाँ AgriStack पोर्टल पर Farmer ID के लिए पंजीकरण कैसे किया जा सकता है इसकी जानकारी दी गई है।
- सबसे पहले आपको अपने राज्य की AgriStack की आधिकारिक वेबसाइट पर जाये।
- वेबसाइट पर पहुँचने के बाद “Log In as” सेक्शन में “Farmer” विकल्प का चयन करें।
- अब “Create New User Account” पर क्लिक करें और रेजिस्ट्रेशन करे। यहाँ आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी भरनी होगी, जैसे कि नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आदि।
- रेजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करने के बाद आपको एक यूजरनेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- ध्यान से इसे सुरक्षित रखें क्योंकि इसका उपयोग भविष्य में लॉगिन करने के लिए किया जाएगा।
- अब प्राप्त यूजरनेम और पासवर्ड का उपयोग करके फिर से वेबसाइट पर लॉगिन करें।
- लॉगिन करने के बाद किसान आईडी के लिए आवेदन करने का विकल्प चुनें। यहाँ आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी और भूमि रिकॉर्ड जैसे विवरण भरने होंगे।
- पंजीकरण प्रक्रिया में आधार प्रमाणीकरण आवश्यक हो सकता है। इसके लिए आपको अपना आधार नंबर दर्ज करना होगा और ओटीपी (One-Time Password) का उपयोग करके प्रमाणीकरण करना होगा।
- यदि आवश्यक हो तो संबंधित दस्तावेज़ जैसे भूमि रिकॉर्ड, पहचान पत्र आदि अपलोड करें।
- सभी विवरण भरने और दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद आवेदन की पुष्टि करें।
- सफलतापूर्वक पंजीकरण होने पर आपको एक पुष्टि संदेश मिलेगा और आपकी किसान आईडी जनरेट हो जाएगी।
Farmer ID से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी
ध्यान दे की Farmer ID पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2024 है। सभी किसानों को इस तिथि से पहले अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य है। इस किसान आईडी के माध्यम से किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं तक पहुँच प्राप्त होगी जैसे कि फसल बीमा, कृषि लोन आदि।
किन राज्यों में शुरू है AgriStack पोर्टल
AgriStack पोर्टल का पंजीकरण विभिन्न राज्यों में शुरू किया गया है।
- उत्तर प्रदेश
- बिहार
- गुजरात
- महाराष्ट्र
- हरियाणा
- पंजाब
- तमिलनाडु
इन राज्यों में किसानों के लिए ‘Farmer ID’ बनाने और डिजिटल फसल सर्वेक्षण के लिए पायलट परियोजनाएँ संचालित की जा रही हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार ने 19 राज्यों के साथ समझौता ज्ञापन (MoUs) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि AgriStack का विस्तार अन्य राज्यों में भी किया जाएगा।